*गुजरात में आदिवासी समाज पर बढ़ते अत्याचार – बहन-बेटियों की सुरक्षा पर सवाल*

गुजरात में आदिवासी समाज पर बढ़ते अत्याचार – बहन-बेटियों की सुरक्षा पर सवाल
गुजरात के कई इलाकों में आदिवासी समाज पर अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। खेतों में काम करने वाले आदिवासी परिवारों को आज भी शोषण और अन्याय का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों द्वारा 25-25 भाग में मजदूरी बाँटकर बाकी पैसे रोक लेना, और विरोध करने पर गालियां देना या डराना-धमकाना जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं।
कई जगहों पर आदिवासी बहन-बेटियों के साथ गलत व्यवहार और छेड़छाड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं — मगर न्याय आज भी अधूरा है।
👉 सरकार और प्रशासन से सवाल उठता है —
कब तक आदिवासी परिवार डर और अपमान के साथ जीते रहेंगे?
कब तक बहन-बेटियों की इज़्ज़त से खिलवाड़ करने वालों पर सख़्त कार्रवाई नहीं होगी?
आदिवासी परिवार मजदूर संगठन (गुजरात) ने मांग की है कि
दोषियों पर SC/ST एक्ट के तहत तुरंत कार्रवाई हो,
पीड़ित परिवारों को सुरक्षा और आर्थिक सहायता मिले,
और गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि समाज एकजुट होकर अपनी बेटियों की रक्षा कर सके।
> “अब और नहीं — हम चुप नहीं रहेंगे।
हमारी बहन-बेटियों की इज़्ज़त, हमारी जिम्मेदारी है।”
आदिवासी परिवार मजदूर संगठन (गुजरात)
एकता, न्याय और सुरक्षा के लिए संघर्षरत।