शहर मैं विकास किए जा रहे हैं लेकिन दिख नहीं रहे हैं, इसको लेकर शहर के हृदय स्थल घंटाघर पर लगाई गई नई घड़ियां

शहर मैं विकास किए जा रहे हैं लेकिन दिख नहीं रहे हैं, इसको लेकर शहर के हृदय स्थल घंटाघर पर लगाई गई नई घड़ियां,
घंटा घर पर समय दिनांक एवं दिन दिखाने वाली धड़ियों का शुभारंभ महापौर द्वारा किया गया,
शहर के वास्तु को ठीक किया गया है, उम्मीद है शहर स्वच्छ सुंदर और विकास की ओर अग्रसर होगा, ,महापौर अमृता,
खंडवा ।। प्राचीन मान्यता है कि बंद घड़िया अप शगुन मानी जाती है, हमारे घरों में यदि घड़ी बंद हो जाती है तो तत्काल हम उसे चालू करते हैं या उसे जगह से हटा देते हैं ताकि घर का वास्तु सही बना रहे, समाज सेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि शहर के हृदय स्थल घंटाघर पर घंटाघर की पहचान के लिए प्राचीन में अंग्रेजों के जमाने की घड़ी हुआ करती थी, लेकिन वह बंद हो गई और उसके उपकरण नहीं मिलने के कारण उसे हटा दिया गया, उसके बाद घंटाघर की पहचान को बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां लगाई गई, लेकिन काफी ऊंचाई होने के कारण पानी, हवा, आंधी से घड़ी चलने का क्रम अलग-अलग हो जाता था, शहर में जो भी साधु संत आते थे उनकी नजर जब बंद धड़ियो पर पढ़ती थी तो वह कहते थे कि बंद धड़िया शहर के विकास में बाधक है, समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि प्रदेश की सरकार एवं नगर निगम प्रशासन शहर के विकास में करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है एवं कई कार्य भी शहर में किये जा रहे हैं लगातार चल रहे हैं, महापौर अमृता अमर यादव द्वारा विगत कई दिनों से इन बंद धड़ियों को बदलकर नई घड़ी लगाने के दिशा निर्देश दिए गए थे, जिसके तहत नगर निगम आयुक्त प्रियंका सिंह राजावत ने तत्काल नई घड़ियां लगाने को लेकर चर्चा की कई, धडी कंपनियों से बात की गई लेकिन बड़ी घड़ियां कोई बनाने के लिए तैयार नहीं था, अतः खंडवा में ही असेंबल कर डिजिटल गाड़ियों का निर्माण किया जाकर होली महोत्सव के पर्व एवं रंग पंचमी की पूर्व संध्या पर दिन और रात में दूर से ही दिन एवं घड़ी का समय दिखाने वाली चार धड़ियां को लगाया लगाया गया एवं उसका महापौर अमृता अमर यादव द्वारा विधिवत शुभारंभ किया गया, साथ ही चारों ओर नई हैलोजन लाइटों का भी शुभारंभ महापौर अमृता यादव द्वारा बटन दबाकर किया , इस अवसर पर शहर के साथ ही घंटाघर के सौन्दर्यीकरण को लेकर भी चर्चा की गई, डिजिटल गाड़ियों के शुभारंभ के अवसर पर महापौर अमृता यादव ने कहा कि बंद घड़िया अपसुगन मानी जाती है,हमने नई धड़ियां को लगाकर हमारे शहर के वास्तु को ठीक किया है,हमें उम्मीद है कि साधु संतों के द्वारा बताए गए मार्ग पर चल कर हमने व्यवस्थित घड़ियां लगाई है,निश्चित रूप से जब नई धड़ियां लगी है तो हमारा शहर भी स्वच्छ सुंदर विकास से भरपूर होगा। प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि खंडवा में ही तैयार की गई डिजिटल घड़ियां दो आकर्षक रूप में है जिसमें समय के साथ ही दिनांक एवं दिन भी बताए जा रहे हैं, इस अवसर पर महापौर अमृता अमर यादव के साथ परिषद अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा, एमआईसी सदस्य सोमनाथ काले, राजेश यादव, अनिल वर्मा, विक्की बावरे, दिना पंवार, सुनील जैन, दिलीप दशोरे, बबलू राजानी, आयुक्त प्रियंका राजावत ,उपायुक्त सचिन सिटोले,भूपेंद्र सिंह बिसेन, राकेश ललित, अंकुश पटेल,दीपेश राठौर सहित क्षेत्रवासी उपस्थित थे।