धूमधाम से निकला मुमुक्ष परिधि का वर्षीदान वरघोड़ा

धूमधाम से निकला मुमुक्ष परिधि का वर्षीदान वरघोड़ा
जैन समाजनो के साथ चन्द्रशेखर आज़ाद नगर के अजैन सर्वसमाज जनों ने नगर बन्द कर किया मुमुक्षु परिधि बहन का स्वागत
धर्मसभा में पूज्य गणी वर्य आनन्दचंद्र सागरजी ने कहा मुमुक्षु परिधि का दीक्षा उत्सव कि याद म.सा ने पाठ से कहा जब भी कही दीक्षा उत्सव होगा उस उत्सव में चन्द्रशेखर आज़ाद नगर का नाम सबसे ऊपर हमारे मुख से निकलेगा।
चन्द्रशेखर आज़ाद नगर :चन्द्रशेखर आज़ाद नगर की मुमुक्षु बहन परिधि के सयंम प्रथम पथ प्रस्थान को लेकर दीक्षा महोत्सव के चौथे दिवस दीक्षार्थी का वर्षीदान का वरघोड़ा पूज्य गणी वर्य आनन्द चंद्र सागरजी म.सा.आदि ठाना, पूज्य साध्वी जी स्वर्णज्योति श्रीजी म.सा. साध्वी जी विरल ज्योति श्रीजी म. सा.,प्रियल ज्योतिश्रीजी म. सा. आदि ठाणा के पावन निश्रा में मुमुक्षु बहन परिधि का वर्षीदान वरघोड़ा निकाला गया। सांसारिक मोह माया को त्याग संयम पथ अंगीकार करने जा रही दिक्षार्थी परिधि का वरघोडा निवास स्थान मेन रोड से शनिवार को प्रात: 10 बजे प्रारम्भ होकर चन्द्रशेखर आज़ाद नगर के नया बाजार, बस स्टैंड आज़ाद गेट होकर राम मंदिर चौराहा, सोनी मोहल्ला होकर मार्गो से होता हुआ गाजते बाजते आज़ाद ग्राउंड पर महावीर गोयम वाटिका दीक्षा स्थल पहुचा।
जहां उसके बाद वरघोडा धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। जैनश्रीसंघ के अध्य्क्ष यशवंत जैन ने बताया कि वरघोड़े में सबसे आगे जैन ध्वज लिए युवा घोड़ो पर सवार ,आगे आगे आदिवासी नृत्य दल नृत्य करते चल रहा था उसके बाद बैण्ड की सुमधुर धुन के साथ ,ढोल वादक , आचार्य महाराज व साधु भगवंत, प्रभु का रथ, साध्वी मण्डल, श्रावक वर्ग, महिलाओं के साथ वरघोडे में मुमुक्षु रथ पर सवार होकर वर्षीदान कर रहे थी। श्रद्धालुगण दीक्षार्थी अमर रहे के जयघोष से उसका अभिवादन कर रहे थे। रास्ते में अजैन समाजजनों के साथ बोहरा, मुस्लिम समाजनो जगह-जगह चावल की गहुंली केे साथ लोगों ने पुष्पों की वर्षा कर वरघोड़े व साधु साध्वी भगवंतो का स्वागत किया। इस अवसर पर गणी वर्य आनन्दचंद्र सागर जी ने कहा कि यह चन्द्रशेखर आज़ाद नगर का सौभाग्य है एक भारत माता का वीर सपूत ओर दूसरी मुमुक्षु परिधि का सयंम जीवन कि यहां की धर्मभूमि है। पूज्य गणी वर्य आनन्दचंद्र सागरजी म.सा ने पाठ से कहा जब भी कही दीक्षा उत्सव होगा उस उत्सव में चन्द्रशेखर आज़ाद नगर का नाम सबसे ऊपर हमारे मुख से निकलेगा। धर्मसभा में मुमुक्षु परिधि का बहुमान लक्ष्मणि तीर्थ अलीराजपुर,
नान्दूरी तीर्थ ,राणापुर, कुक्षी, बोरी, टांडा रतलाम, बेरछा, पूना, इंदौर संघो के साथ अजैन समाज जनों ने किया। धर्मसभा के बाद स्वामीवत्सल का लाभ मुमुक्षु परिधि के परिवार सालेचा बोहरा परिवार द्वारा लिया गया।